कोरोना महामारी में बच्चों की परवरिश कैसे करे ?
कोरोना महामारी के कठीन समयमें जब बच्चों के स्कुल बंद है।
आप काम पर नहीं जाते हैं क्योंकि Work from Home दिया गया है।
आपको पैसे की चिंता है क्योंकि शायद नौकरी चली गई है, कही भी बहार जाना खतरे से खाली नहीं है। रिश्तेदारों में या मिलनेवालों में कोई Covid-19 Positive है, आप अपनी खुद की समस्या से तनाव पूर्ण है, तब बच्चों की परवरीश करना हर माता के लीये मुश्किल काम है। इस तनाव से कैसे निपटा जाय ? इसे अपने बच्चों के साथ बहेतर रिश्ते बनाने के रूप में कैसे लिया जाय ? जानिये कुछ महत्वपूर्ण टीप्स।
टिप्स नं – १
आप अपने बच्चों को Quality Time दे।
कमसे कम उनके लीये पंद्रह मिनिट निकालीये टी.वी. और फोन बंद करे यह वायरस मुक्त समय है। बात करते वक्त उनकी तरफ पूरा ध्यान दो, उनकी आंखोमे आँखे डालकर बात करो
हो शके तो यह टाइम हररोज एक ही समय होना चाहिये ताकी बच्चे उनके लिये तैयार रहें।
टिप्स नं – २
अगर आपके बच्चें कुछ अच्छा काम कर रहे है तो उसकी तारीफ़ करें। हो सकता है की बच्चे आपको न बतायें, लेकिन आप देखेंगे की वह अच्छे काम दोहरायेंगे।
टिप्स नं – ३
जब आपके बच्चे आपको परेशान कर रहे है तब सकारात्मक रहना मुश्किल है। फिर भी आप बात को किस तरहा से कहते है वह बहुत मायने रखता है। अपने बच्चों को क्या काम करना है यह बताते समय सकारात्मक शब्दों का उपयोग करे जैसे की “बेटा कृपया अपने कपड़ों को ठीक कर के रखो” बजाय यह कहने “ये क्या कपड़ों का जमेला किया है ? तुम सब काम में गड़बड़ कर देते हों।”
टिप्स नं – ४
कोरोनाने हमारे रोजमर्रा के काम और स्कूल की दीं चर्या को हमसे छीन लिया है इसीलिये आपके और आपके बच्चों के लीये एक Daily Routine कार्यक्रम बनाये। जिसमे तय गतिविधियां के साथ साथ खाली समय भी हो। इसमें फुरसत को भी सामील करें। काम करने का ढांचा तैयार करें।
टिप्स नं – ५
अगर बच्चे खराब व्यवहार करते है तो जान लीजिये की सभी बच्चे शरारत करते है। विशेष रूप से जब बच्चें थके हुए हो, भूखे हो, भयभीत हो, घर से बाहर कहीं न जा सकते हो। बच्चों के अनुचित व्यवहार को जत से पकड़े और अपने बच्चों का ध्यान एक अनुचित से उचित व्यवहार की और खींचे। उसे मजेदार बातें या Fun की और ले आये।
टिप्स नं – ६
विराम ले – अगर आप त्रस्त हो गये है। आपको चींखने चिल्लाने का मन कर रहा है तो तनाव कम करने के लिये खुद को दस सेकन्ड का समय दें। पांच बार सांस धीरे धीरे अंदर बाहर करें फिर Relax हो जायें। किसीसे पांच मिनिट बाते करे। हमेशा याद रखे आप अकेले नहीं है।