Emotional Divorce V/S twitter tallak

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Twitter  Divorce पर अपनी बातें रखते हुऐ मेलिंडा गेट्स ने ये कहा है की बिल Professional और Personal Life को Balance नहीं कर पाते थे।

हमारे देश में इसी समस्या से Thirties – Fourties – Fifties में पति-पत्नी के बीच झगड़े होते है। एक दूसरे से डेयरी बनाये रखते है या एक छत के नीचे अजनबी की तरह यानी Emotional Divorce के रूप में रहते है।

Sex & Mental Therapy के लिये आये केतन और कंचन में दोनों के फेमिली और समाज का विरोध होते हुए भी Love Marriage हुए थे। तब दोनों गरीब थे तब कंचन हमेशा शिकायत करती थी की उसका जीवन कितना कष्टपूर्ण है। केतन उसका दुःख समझता था। उसकी बातें सुनता था और कहता था, तुम्हारे सारे दुःख ख़त्म कर दूंगा मुझे समय दो।

केतन ने केमिकल इंडस्ट्री शुरू की कड़ी महेनत की। मुनाफा भी हुआ, घाटा भी हुआ लेकिन संघर्ष करते करते डेढ़ दसक में उसने एक Estate खड़ी करदी। कंचन और अपने बच्चो को बढ़ा बंगला दिया। महंगी कार्स दी। उनका आनाजाना Flights में रहता था और वेकेशन Costly Foreign Destination पर रहता था। केतन ने ये सोचा था की पैसा ही उसके दाम्पत्य जीवन की सबसे बड़ी समस्या है।

पैसा आ गया लेकिन दोनों के बीच में झग़डे बढ़ते गये। कंचन को लगता था की केतन उसे प्यार नहीं करता है। बच्चो के साथ बैठता कम है। दोनों के बीच में झग़डे बढ़ते गये यहाँ तक की कंचन उन दोनों बच्चों को लेकर मायके चली गई और Divorce की धमकी भी देदी।

केतन मुझे ये कहता था की पत्नी की, बच्चों की, परिवार की खुशी के लिये ही इसने इतना संघर्ष किया। दिन-रात नहीं देखे अपने शरीर की परवाह नहीं की।  इतना  पैसा है , किसी बात की कमी नहीं है। फिर कंचन हमेशा दुखी ही क्यों है ? इतनी शिकायतें क्यों है ?

कंचन का कहना था, इससे अच्छा था हम गरीब होते केतन मेरी बातें सुनाता था, मेरी आँखों में आँखे दाल कर कहता था, डार्लिंग तेरे सारे दुःख दूर कर दूंगा। लेकिन अबतो उसके पास समय ही नहीं है। बच्चो से भी वो हप्ते में एक बार मिलता है। हम सब उससे नाराज़ है। हम कहते है वो काम कर रहे है लेकिन अब वो Name और Fame के पीछे भागते है।

केतन कहता है ये सब में इनके सुख और Comfort के लिये कर रहा हूँ। Market  में Competition इतनी है की मुझे वक्त देना पड़ता है। इतनी सीधी बात ये क्यों नहीं समझते ?

कंचन और केतन जब गरीब थे तब उनकी व्यथा और चिंता का केंद्र पैसे थे लेकिन पैसे आते गये तब कंचन को भावनाकीय Emotional Need लगने लगी इसी वजह से कंचन केतन से ज़गड़ती थी। बच्चे यही देखते थे इसी लिए वो भी माँ के पक्ष में चले गए उन्हें कभी एहसास ही नहीं हुआ की बाप ने कितना किया है उनके लिए।

यह कहानी घर घर की है। पैसा, Profession , Career , Name और Fame में पड़ा हुआ हसबंड Professional और Personal Life को Balance नहीं कर पा रहा और पत्नी पति की पीड़ा नहीं समझ शकती है और पैसा ही Divorce का प्रमुख कारण बन जाता है।

बिल और मेलिंडा के बीच Quality time न दे पाने की वजह से या कोई और वजह भी हो में नहीं कह सकता लेकिन इतना जरूर समझ सकता हूँ की पैसा सब कुछ नहीं दे सकता और स्त्री का अपनी भावनाऐ , पति का संघर्ष और बच्चो के मन में पिता का सन्मान कैसे रखा जाए इसके लिये एक मनोचिकित्सक की अक्सर जरुरत होती है।

पति पत्नी एक दूसरे की दिल की किताब पढ़े और एक दूसरे के स्वभाव की भिन्नता को समझे और झग़डे के वजय समजदारी से काम ले और जो मिल रहा है उसकी संतुष्टि करना जरूरी है।